Khet Talab Yojana
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Khet Talab Yojana : उत्तर प्रदेश के गरीब किसानों के लिए जल संरक्षण का सशक्त माध्यम,सरकार देंगी 52500 तक की राशि FREE

Khet Talab Yojana : उत्तर प्रदेश, भारत का एक प्रमुख कृषि प्रधान राज्य है, जहां किसानों को अक्सर पानी की कमी और अनियमित सिंचाई की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने खेत तालाब योजना शुरू की है, जो किसानों को अपने खेतों में तालाब बनाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है। यह योजना न केवल जल संरक्षण को बढ़ावा देती है, बल्कि किसानों को मछली पालन जैसे वैकल्पिक आय स्रोतों के माध्यम से उनकी आय बढ़ाने का अवसर भी प्रदान करती है। इस ब्लॉग में, हम खेत तालाब योजना 2025 के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिसमें इसके उद्देश्य, लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, और बहुत कुछ शामिल है।

Khet Talab Yojana क्या है?

खेत तालाब योजना उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को वर्षा जल संरक्षण के लिए अपने खेतों में तालाब बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह योजना राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत संचालित होती है और विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों, अनुसूचित जाति/जनजाति, और अल्पसंख्यक किसानों को प्राथमिकता देती है। योजना के तहत, तालाब निर्माण की लागत का 50% तक अनुदान प्रदान किया जाता है, जो डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से किसानों के बैंक खाते में हस्तांतरित किया जाता है।

Khet Talab Yojana – योजना के उद्देश्य

खेत तालाब योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  1. जल संरक्षण: वर्षा जल को संरक्षित करके भूमिगत जल स्तर में सुधार करना।
  2. सिंचाई सुविधा: किसानों को पूरे वर्ष सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
  3. आय वृद्धि: तालाब में मछली पालन जैसे कार्यों के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाना।
  4. कृषि उत्पादकता: नियमित और पर्याप्त सिंचाई से फसलों की उत्पादकता में वृद्धि करना।
  5. पर्यावरण संरक्षण: जल संरक्षण के माध्यम से पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना।

Khet Talab Yojana – योजना के लाभ

खेत तालाब योजना किसानों के लिए कई लाभ प्रदान करती है, जिनमें शामिल हैं:

  • जल की उपलब्धता: तालाब में संग्रहित वर्षा जल से किसान पूरे वर्ष अपनी फसलों की सिंचाई कर सकते हैं।
  • आर्थिक सहायता: तालाब निर्माण की लागत का 50% तक अनुदान, जो किसानों के लिए वित्तीय बोझ को कम करता है।
  • अतिरिक्त आय: मछली पालन जैसे कार्यों से किसान अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं।
  • भूमिगत जल स्तर में सुधार: तालाबों से भूमिगत जल का रिचार्ज होता है, जिससे ट्यूबवेल की निर्भरता कम होती है।
  • पर्यावरणीय लाभ: जल संरक्षण से पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।

Khet Talab Yojana – पात्रता मानदंड

खेत तालाब योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:

  • आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • आवेदक के पास न्यूनतम 0.5 हेक्टेयर कृषि भूमि होनी चाहिए।
  • छोटे और सीमांत किसानों, अनुसूचित जाति/जनजाति, और अल्पसंख्यक किसानों को प्राथमिकता दी जाती है।
  • आवेदक के पास माइक्रो-सिंचाई प्रणाली स्थापित होनी चाहिए, जो पिछले 7 वर्षों में कृषि या बागवानी विभाग द्वारा स्थापित की गई हो।
  • माइक्रो-सिंचाई प्रणाली के लिए बागवानी विभाग से त्रिपक्षीय समझौता होना चाहिए।

Khet Talab Yojana – अनुदान विवरण

खेत तालाब योजना के तहत दो प्रकार के तालाबों के लिए अनुदान प्रदान किया जाता है:

तालाब का प्रकार आकार (मीटर) कुल लागत (₹) अनुदान राशि (₹)
छोटा तालाब 22 x 20 x 3 1,05,000 52,500
बड़ा तालाब 35 x 30 x 3 2,28,400 1,14,200

इसके अतिरिक्त, पंप सेट के लिए 50% तक का अनुदान प्रदान किया जाता है, जिसकी अधिकतम सीमा ₹15,000 प्रति इकाई है। अनुदान राशि तीन किश्तों में डीबीटी के माध्यम से किसानों के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है।

Khet Talab Yojana – आवेदन प्रक्रिया

खेत तालाब योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। नीचे आवेदन करने के चरण दिए गए हैं:

  1. आधिकारिक पोर्टल पर जाएं: उत्तर प्रदेश कृषि दर्शन पोर्टल या उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
  2. पारदर्शी किसान सेवा योजना: ‘पारदर्शी किसान सेवा योजना’ अनुभाग में जाएं और ‘खेत तालाब योजना‘ का चयन करें।
  3. पंजीकरण: अपने आधार कार्ड और मोबाइल नंबर के साथ पंजीकरण करें।
  4. आवेदन पत्र भरें: आवश्यक विवरण जैसे भूमि का विवरण, बैंक खाता, और माइक्रो-सिंचाई प्रणाली का प्रमाण भरें।
  5. टोकन शुल्क जमा करें: ₹1,000 का टोकन शुल्क ऑनलाइन जमा करें।
  6. दस्तावेज अपलोड करें: सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
  7. आवेदन जमा करें: आवेदन पत्र की समीक्षा करें और इसे जमा करें।
  8. आवेदन स्थिति: आवेदन की स्थिति को पोर्टल पर ट्रैक करें।

आवेदन स्वीकृत होने के बाद, जिला मजिस्ट्रेट द्वारा अनुमोदन के बाद अनुदान राशि तीन किश्तों में हस्तांतरित की जाएगी।

Khet Talab Yojana – आवश्यक दस्तावेज

आवेदन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:

  • आधार कार्ड
  • जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • निवास प्रमाण पत्र
  • बैंक पासबुक
  • खसरा-खतौनी (भूमि दस्तावेज)
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • माइक्रो-सिंचाई प्रणाली का प्रमाण
  • बागवानी विभाग से त्रिपक्षीय समझौता
  • आय प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)

Khet Talab Yojana – अनिवार्य आवश्यकताएं

Khet Talab Yojana का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित अनिवार्य आवश्यकताएं पूरी करनी होंगी:

  • माइक्रो-सिंचाई प्रणाली: तालाब के लिए माइक्रो-सिंचाई प्रणाली स्थापित होनी चाहिए, जो कृषि या बागवानी विभाग द्वारा पिछले 7 वर्षों में स्थापित की गई हो।
  • त्रिपक्षीय समझौता: माइक्रो-सिंचाई प्रणाली के लिए बागवानी विभाग से त्रिपक्षीय समझौता होना चाहिए।
  • पंप सेट अनुदान: पंप सेट अनुदान के लिए अलग पोर्टल पर आवेदन करना होगा, और इसके लिए भी माइक्रो-सिंचाई प्रणाली का होना अनिवार्य है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

  1. Khet Talab Yojana क्या है?
    यह उत्तर प्रदेश सरकार की एक योजना है जो किसानों को तालाब निर्माण के लिए 50% अनुदान प्रदान करती है।
  2. कौन आवेदन कर सकता है?
    उत्तर प्रदेश के सभी किसान, विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसान, अनुसूचित जाति/जनजाति, और अल्पसंख्यक किसान आवेदन कर सकते हैं।
  3. आवेदन शुल्क कितना है?
    आवेदन के लिए ₹1,000 का टोकन शुल्क जमा करना होता है।
  4. माइक्रो-सिंचाई प्रणाली क्यों अनिवार्य है?
    यह जल के कुशल उपयोग को सुनिश्चित करता है और योजना का हिस्सा है।
  5. अनुदान कैसे मिलेगा?
    अनुदान तीन किश्तों में डीबीटी के माध्यम से बैंक खाते में हस्तांतरित किया जाएगा।
  6. क्या मछली पालन के लिए तालाब का उपयोग किया जा सकता है?
    हां, तालाब में मछली पालन करके अतिरिक्त आय अर्जित की जा सकती है।

निष्कर्ष

Khet Talab Yojana 2025 उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो न केवल उनकी सिंचाई समस्याओं का समाधान करता है, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करता है। इस योजना के माध्यम से, किसान जल संरक्षण को बढ़ावा दे सकते हैं और मछली पालन जैसे वैकल्पिक आय स्रोतों का लाभ उठा सकते हैं। यदि आप एक किसान हैं और इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो तुरंत उत्तर प्रदेश कृषि दर्शन पोर्टल पर आवेदन करें। प्रथम आओ, प्रथम पाओ के आधार पर, यह योजना आपके लिए एक नया जल स्रोत और आय का साधन बन सकती है।

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